हरिद्वार पुलिस की साहसिक कार्यवाही : ब्लैकमेलर को पिंजरे में किया कैद, महिला साजिशकर्ता की तलाश में छापेमारी तेज

 

हरिद्वार, 25 मार्च 2025: हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी और अपराध के प्रति कठोर रवैये का परिचय देते हुए ब्लैकमेलिंग के एक सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के कुशल नेतृत्व में कोतवाली रानीपुर पुलिस ने पीड़िता को अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाले राघव आनंद को धर दबोचा, जबकि उसकी महिला सह-अभियुक्त की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सजगता को दर्शाती है, बल्कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग के खिलाफ भी एक कड़ा संदेश देती है।

साजिश का पर्दाफाश :-

मामला 23 मार्च 2025 को उस वक्त सामने आया, जब टिहरी विस्थापित कॉलोनी, ज्वालापुर की एक महिला ने कोतवाली रानीपुर में शिकायत दर्ज की। पीड़िता ने बताया कि राघव आनंद और एक अज्ञात महिला ने उसकी एडिट की गई अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत मुकदमा संख्या 122/25 दर्ज किया, जिसमें धारा 308(2) बीएनएस और 67 आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की गई।

पुलिस का चक्रव्यूह :-

एसएसपी हरिद्वार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। कोतवाली रानीपुर की टीम ने 24 घंटे से भी कम समय में, 24 मार्च 2025 को मुख्य आरोपी राघव आनंद (28 वर्ष), पुत्र राजकुमार आनंद, निवासी न्यू माधवनगर, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से अपराध में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी बरामद हुआ, जो जांच में अहम साक्ष्य साबित होगा।

सोशल मीडिया से शुरू हुई काली कहानी :-

पूछताछ में राघव ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसकी पीड़िता से 2018-19 में फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। इस दौरान उसने धोखे से पीड़िता की तस्वीरें अपने फोन में ले लीं। हाल ही में उसकी मुलाकात सोशल मीडिया पर एक महिला से हुई, जो सहारनपुर की रहने वाली है और पीड़िता के परिवार से पुरानी दुश्मनी रखती है। पीड़िता की शादी के बाद जब उसने राघव से बातचीत बंद कर दी, तो राघव ने गुस्से में आकर महिला के साथ मिलकर बदला लेने की साजिश रची।

ब्लैकमेलिंग का घिनौना खेल :-

राघव ने पीड़िता की तस्वीरों को एडिट कर अश्लील बनाया और उन्हें अपनी महिला साथी को भेज दिया। इसके बाद महिला ने पीड़िता को ये तस्वीरें दिखाकर पैसे की मांग की, धमकी दी कि拒绝 करने पर तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी जाएंगी। यह सुनियोजित साजिश पीड़िता और उसके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए रची गई थी।

पुलिस की जांबाज टीम :-

इस ऑपरेशन में SHO रानीपुर कमल मोहन भंडारी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक संदीपा भंडारी और कांस्टेबल अरुण की टीम ने दिन-रात मेहनत कर आरोपी को पकड़ा। एसएसपी ने टीम की तारीफ करते हुए कहा, "हरिद्वार पुलिस अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शेगी नहीं। हमारी प्राथमिकता जनता की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना है।"

महिला साजिशकर्ता की तलाश में दबिश :-

मामले में शामिल महिला सह-अभियुक्त की पहचान के लिए पुलिस ने सहारनपुर और आसपास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, उसकी गिरफ्तारी जल्द होने की संभावना है। पुलिस ने यह भी अपील की है कि लोग सोशल मीडिया पर अजनबियों से सावधानी बरतें और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

समाज के लिए सबक :-

यह घटना सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल की एक डरावनी मिसाल है। हरिद्वार पुलिस की यह कार्रवाई न केवल पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि अपराधियों के लिए सख्त चेतावनी भी है। जनता ने पुलिस के इस प्रयास की जमकर सराहना की है।

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