रूड़की: "11 साल की मेहनत ने आखिरकार डॉ नसीम को दे ही दिया फल, जनता ने नसीम के हाथों में सौंपी 'नगर पंचायत लंढोरा' की कमान, डॉ साहब ने किया जनता का आभार व्यक्त...

लण्ढौरा नगर पंचायत में फिर से एक बार दलियों पर निर्दलीय प्रत्याशी भारी रहे तो वहीं डॉ. नसीम ने निर्दलीय चुनाव लड़कर चुनाव जीता और इतिहास रचा। लण्ढौरा नगर पंचायत से पिछले 11 साल से डॉ. नसीम तैयारी कर रहे थे। उनकी मेहनत रंग लाई और इस बार वह लंढौरा नगर पंचायत का चुनाव जीत ही गये। वहीं उनके समर्थको द्वारा लगातार स्वागत कार्यक्रम किये जा रहे हैं और जनता का आभार जताया जा रहा है। बडे-बडे नामी-गिरामी बुलंद चेहरों को हराकर अचम्बित करनेवाली इस विजय को सभी इतिहास रचनेवाला मान रहे है। चेयरमैन डॉ. नसीम अहमद की बात की जाये तो वह एक खुदमिजाज व सरल स्वभाव के व्यक्ति है। 

उन्होने हमेशा कस्बे के प्रत्येक गरीब, मजलूम लोगों की मदद करने का काम किया। सालीनता भरा जीवन जीते हुए कस्बे की जनता से इनका मेल-मिलाप हर दुख-सुख के साथी रहे। कस्बे की जनता उनके अच्छे व्यवहार व उनके दया भरे कार्यों से हमेशा प्रभावित रही है। कोरोनकाल के समय इनके द्वारा गरीब लोगों को दवाईयों का वितरण व उनके ईलाज में भी भारी सहयोग इनके द्वारा किया जाता रहा है तथा हर वर्ग के त्यौहारों में भी इनका आना-जाना हर वर्ग, जाति के लोगों के यहां नियमित रूप से रहा है। कस्बे का हर वर्ग, जाति, धर्म के लोग इन्हे हमेशा ही मानते रहे। 

यही कारण है कि बहुत ही चुपचाप सालीनता से चुनाव लड़ते हुए पूरे कस्बे की जनता ने इनके गले में विजयीश्री पहनाई। चुनाव के समय हर वर्ग के लोग इनके साथ हर समय सहयोग करते नजर आये परन्तु एक खास चेहरा हाजी सलीम का है। जिनके ऊपर चुनाव की सारी जिम्मेदारियों थी, जिसका उन्हे बाखूबी पालन किया। डॉ. नसीम के गहरे दोस्त हाजी सलीम का बरताव भी कस्बे की जनता के लिए उसी तरह का है, जिस तरह का बरवात, अच्छा व्यवहार डॉ. नसीम का वर्षों से रहा है। कस्बे की जनता इन दोनों की प्यार भरी दोस्ती से काफी प्रभावित है तथा हर एक समस्या के लिए डॉ. नसीम की तरह हाजी सलीम भी गरीब, मजलूमों की मदद के लिए हमेशा खडे दिखाई देते रहे है।

ऐसा कस्बे की जनता में बार-बार बताया है। चुनाव के समय नये-नये चेहरे निकलकर सामने आते है। कुछ ऐसे होते हैं, जिनका कोई मतलब वास्ता कस्बे की जनता से कभी नही रहा है तथा कस्बे की किसी भी समस्या की तरफ ऐसे लोगों का कभी रूझान नही रहा है। इस चुनाव मे भी ऐसे ही हुआ है। बडे-बडे चेहरो ने जनता के बीच आकर बडे-बडे वायदे किये। वोट अपनी तरफ खींचने के नये-नये हत्थकंडे इस्तेमाल किये। लण्ढौरावासियों के दिलों मे डॉ. नसीम व हाजी सलीम लंबे समय से बसे हुए थे। अब मौका हाथ आते ही कस्बेवासियों ने उनके साथ खडे होकर उनका पूरा सहयोग किया। ऐसा ही देखने को हर समय मिला। वहीं डॉ. नसीम ने एतिहासिक जीत पर कस्बेवासियों का आभार जताया।

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